वशीकरण मंत्र किसे चाहिए SECRETS

वशीकरण मंत्र किसे चाहिए Secrets

वशीकरण मंत्र किसे चाहिए Secrets

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शादीशुदा जीवन में सामंजस्य बनाए रखने के लिए।

यह मंत्र उन लोगों के लिए है जो सच्चे प्यार या जीवनसाथी की तलाश में हैं, या फिर जिनके रिश्ते में खटास आ गई है।

कामाख्या वशीकरण मंत्र को प्रयोग करते समय सभी नियमों और धार्मिक आदेशों का पालन करना चाहिए। यह एक प्राचीन और शक्तिशाली तंत्रिक तकनीक है, जिसे विशेष ध्यान और समझ से प्रयोग किया जाना चाहिए।

जिसकी भी नजर तिलक पर जाएगी वो मोहन मंत्र के प्रभाव में आ जायेगा. उसके साथ सही आचरण और व्यवहार रखे जिससे की आपका यश लोगो में बढे.

कामाख्या वशीकरण मंत्र के प्रयोग की प्रक्रिया में विशेष ध्यान देना चाहिए। यह मंत्र किसी भी शक्तिशाली व्यक्ति या तंत्रिक आचार्य के मार्गदर्शन और अनुशासन में ही किया जाना चाहिए। यदि इसे गलत तरीके से प्रयोग किया जाता है, तो यह नकारात्मक प्रभाव भी दे सकता है।

राजहंस का स्वतः गिरा हुआ पंख, कोचनी का पुष्प एवं सफेद गाय का दूध- इन सबको मिलाकर खीर बनाएं। फिर उपर्युक्त मन्त्र द्वारा खीर की read more एक सौ आठ आहुतियाँ दें। इससे मन्त्र सिद्ध हो जाएगा। प्रयोग के समय नित्य ग्यारह दिनों तक इसी मन्त्र का एक सौ जप करके इच्छित स्त्री या पुरुष का ध्यान करें। जिसका भी ध्यान किया जाएगा, वह वश में हो जाएगा।

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आकर्षण के लिए मोहिनी वशीकरण मंत्र साधना के आसान उपाय और टोटके मनचाहा प्यार पाने के लिए

इस तिलक के प्रभाव से सामने वाला जब तक आपके सामने है तब तक वो आपके आकर्षण में रहता है.

अगर आप मोहिनी वशीकरण का प्रयोग कर रहे है तो आपको ये बात अच्छे से ध्यान रखनी चाहिए की साधना के दौरान आपको गलत विचार मन में नहीं लाने है.

आप इसे साधना के बाद भी कर सकते है. कृष्ण मोहन साधना का प्रयोग तो आप नियमित तौर पर सकते है.

विधि: इस मन्त्र को किसी शुभ मुहूर्त में दस हजार बार जप करके सिद्ध कर लें। फिर प्रयोग करते समय बृहस्पतिवार को प्रसन्न होकर थोड़ा-सा नमक लेकर उसे सात बार मन्त्र से अभिमन्त्रित करके जिस स्त्री को मोहित करना हो, उसके खाने-पीने की वस्तु में वह नमक मिला दें। वह स्वी साधक पर तन-मन-धन से मोहित हो जायेगी। देवदत्ती के स्थान पर साध्य स्त्री के नाम का उच्चारण करें।

पारिवारिक और व्यक्तिगत समस्याओं का समाधान।

पान पढ़ि खिलावे, त्रिया जोरि बिसरावे, क्षीरे त्रिया तोरा साथ नहि जावे, नाग वो नागिन फेन काढ़े, तोर मुख न हित जाए वो, रे नागा, दोहाई गुरु नानक शाही का, दोहाई डाकिन का।

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